सदर योजनेचा उददेश खालील प्रमाणे
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- स्वयंपाकासाठी बायोगॅस पुरविणे
- एल.पी.जी.व इतर पांरपारीक उर्जा साधनांचा वापर कमी करणे
- एकात्मीक उर्जा धोरणात नमुद केल्यानुसार स्वंयपाकासाठी आवश्यक उर्जा मिळविणे
- रासायनीक खताचा वापर कमी करुन सेद्गीय खताचा वापर करण्यास लाभार्थिना प्रवृत करणे
- ग्रामीण भागातील स्त्रीयांचे जीवनमान सुधारणे व त्यांना होणारा त्रास कमी करणे.
- बायोगॅस सयंत्रास शौचालय जोडून ग्रामीण भागातील स्वच्छता राखण्यास मदत करणे
- कार्बनडायऑक्साइड आणि मिथेन यासारख्या वायूंचे वातावरणातील उत्सर्जनाचे प्रमाण घटवून वातावरण बदलांचे नियमन करणे
- निसर्गातील वृक्ष तोडीस आळा घालून निसर्गाचा समतोल राखणे
- बायोगॅस पासून विज निर्मीती करून कौटूबिक गरजा भगविणे.
इ. बाबी बायोगॅस उभारणीतून साधता येतात.
योजनेचे फायदे.:-
- बायोगॅस सयंत्रामध्ये कुजवण्याची प्रकीया बंद जागेत होत असते तो वातावरणात पसरत नाही तर त्यापासुन गॅस निर्माण होतो व त्या वायुचे स्वयंपाकासाठी ज्वलंन होते व त्यातुन विषारी वायुचा नायनाट होतो त्यामुळे व प्रदुषण होत नाही.
- बायोगॅस सयंत्रामधुन बाहेर पडणारी रबडी (स्लरी) म्हणजे शेतीसाठी लागणारे उकृष्ट दर्जाचे सेंद्गीय खत होय. त्यामुळे जमिनीची पोत सुधारते. व पिकांच्या उत्पादनातही वाढ होते.
- घरगुती चुलीमुळे होणा-या धुरातील कार्बन डाय ऑक्साइड या विषारी वायुचे प्रदूषण होते तसेच महीलांच्या डोळयांसाठी सुध्दा अपायकारक आहे.हे आपल्याला बायोगॅसमुळे टाळता येते. स्वंयपाक कमी वेळेत करता येतो.
- रिकाम्या जागेत केलेल्या मानवी व पशु विष्ठेमुळे हवेतील प्रदुषणामुळे व डासांमुळे कॉलरा , गॅस्ट्रो, मलेरिया, डेंगु इ. महाभयंकर रोगांचा फैलाव होतो. तो आपण सयंत्रास शौचालय जोडल्यामुळे रोखु शकतो. व ग्रामीण भागातील जनता आरोग्यदायी होवुन गाव प्रदुषण मुक्त होते. म्हणजेच निर्मल गाव स्वच्छ व सुंदर बनते.
- गोबरगॅससाठी शेंणाची गरज असल्यामुळे जनावरे पाळणे हे आवश्यक आहे. परंतु जनावरांमुळे आपल्याला शेंतीची मशागत व त्यांच्यापासुन मिळणारे दुधदुभते यामुळेही आर्थिक फायदा होतो.
- घरगुती चुलीसाठी लाकडांचे जळन आवश्यक असते सर्वसाधारण पणे एका कुटूबांसाठी वर्षाकाठी एका वृक्षाचे लाकुड जळणासाठी लागते त्यामुळे मोठया प्रमाणात वृक्ष तोड होते परंतु बायोगॅस मुळे जंगल तोडीस आपोआपच आळा बसतो.
- बायोगॅस योजनेचा महत्वाचा फायदा म्हणजे बायोगॅस सयंत्रास शौचालय जोडल्यामुळे ग्रामीण भागागतील स्वच्छतेचा प्रश्न निकाली काढण्यासाठी मदत होते.
योजनेचा पात्र लाभार्थि
ग्रामीण भागातील ज्या लाभार्थिकडे स्वःताची जनावारे व बायोगॅस बांधकामासाठी जागा आहे तो सदर योजनेचा पात्र लाभार्थि आहे.
बायोगॅस बांधकाम केलेस मिळणारे अनुदान :-
ग्रामीण भागात बायोगॅस बांधकाम केलेस केंद्ग शासनाचे नवीन आणि नवीकरणीय मंत्रालया मार्फत दिनांक ०७/०५/२०१४ पासून खालील प्रमाणे अनुदान दिले जाते.
राष्ट्रीय बायोगॅस विकास योजना वर्ष 2017-18
- सन 1982 ते मार्च-2017 अखेर बांधकाम केलेल्या बायोगॅस सयंत्राची संख्या :- 117704
- सन 1982 ते मार्च-2017 अखेर बायोगॅसला शौचालय जोडलेल्या सयंत्राची संख्या :- 96748
- सन 1982 ते मार्च 2017 अखेर बांधलेल्या मागास वर्गीय बायोगॅस लाभार्थी संख्या :- 4530
- सन 1982 ते मार्च 2017 अखेर बायोगॅससाठी वाटप केलेल्या अनुदानाची रककम :- 79 कोटी
- सन 2017-18 चे बायोगॅस बांधकामाचे भौतिक उद्दिष्ट :- 1727 ( जनरल-1702+ मागास-25)
- माहे मार्च -2018 अखेर साध्य :- 1745
- मागास- उदिष्ट-25 साध्य- 32
- शौैचालय जोडलेले बायोगॅस सयंत्रे :-1655
- बांधकाम चालू सयंत्रे :- 11
- प्राप्त अनुदान रक्कम रु. :-21114543-/-
- खर्च अनुदान रक्कम रु. :- – 21078446/-
सदर योजनेतून मागील 9 वर्षात बायोगॅस सयंत्राचे दिलेले उद्दिष्ट व साध्य खालील प्रमाणे आहे.
वर्षे | राज्य उदिष्ट | जिल्हा उदिष्ट | जिल्हा साध्य | राज्याशी % वारी | शेरा |
2007-08 | 13500 | 5330 | 7037 | 52 | राज्यात प्रथम |
2008-09 | 15000 | 8500 | 8500 | 56 | राज्यात प्रथम |
2009-10 | 8000 | 2460 | 2460 | 30 | राज्यात प्रथम |
2010-11 | 20000 | 5500 | 5503 | 28 | राज्यात प्रथम |
2011-12 | 20000 | 5000 | 5019 | 25 | राज्यात प्रथम |
2012-13 | 16000 | 4100 | 4123 | 25 | राज्यात प्रथम |
2013-14 | 12600 | 3400 | 3400 | 27 | राज्यात प्रथम |
2014-15 | 14200 | 3780 | 3780 | 27 | राज्यात प्रथम |
2015-16 | 14660 | 3998 | 4021 | 28 | राज्यात प्रथम |
2016-17 | 13933 | 3735 | 3351 | 24 | राज्यात प्रथम |
2017-18 | 9200 | 1727 | 1745 | 19 | राज्यात प्रथम |
अनुदान-
1 घ.मी- जनरल- रु.-7500/- मागास-रु.- 10000/- 2 ते 6 घ.मी- जनरल-रु.-12000/- मागास-रु.-13000/- ,8ते 10 घ.मी- जनरल-रु.-16000/- मागास-रु.-18000/-व शौचालय जोडलेस अतिरिक्त रु. 1600/-
सन १९८२-८३ ते 2017-18 अखेर बायोगॅस योजना माहीती. ( जि.प.कोल्हापूर )बायोगॅस बांधकामासाठी लाभार्थिची अर्थिक कुवत नसेल तर त्यासाठी राष्ट्रीयकृत व सहकारी बँका कडूनकर्ज पुरवठा केला जातो व मिळणारी अनुदानाची रककम लाभार्थिचे कर्ज खाती जमा केली जाते. या शिवाय बायोगॅसचा स्वयपाकाव्यतीरीक्त इतर कारणासाठी वापर केलेस उदा.इतर उर्जा साधनांचा वापर कमी करुन डिझेल बचत करणे,जनरेटर,रेफ्रिजटेर यांच्या वापरासाठी बायोगॅसचा वापर केलेस प्रति सयंत्रास ९००० रु. अनुदान देणेत येते .
राष्ट्रीय बायोगॅस विकास कार्यक्रम सन 2010-11 ते 2016-17 अखेर वर्षवार तालुकावार बायोगॅस सयंत्राची उद्दीष्ट व साध्य माहीती. | |||||||||||||||||||||||||||
अ. क्र. | गटाचे नाव | करवीर | हातकणंगले | शिरेाळ | शाहुवाडी | पन्हाळा | ग.बावडा | राधानगरी | भुदरगड | कागल | गडह्रिग्लज | आजरा | चंदगड | एकूण | |||||||||||||
वर्ष | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | उद्दीष्ट | साध्य | |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 |
1 | 2010-11 | 815 | 815 | 190 | 190 | 70 | 70 | 335 | 335 | 460 | 460 | 195 | 195 | 645 | 645 | 430 | 433 | 665 | 665 | 590 | 590 | 540 | 540 | 565 | 565 | 5500 | 5503 |
2 | 2011-12 | 700 | 750 | 180 | 191 | 70 | 80 | 450 | 312 | 500 | 638 | 100 | 108 | 650 | 700 | 500 | 435 | 450 | 500 | 450 | 450 | 500 | 405 | 450 | 450 | 5000 | 5019 |
3 | 2012-13 | 550 | 554 | 110 | 110 | 94 | 94 | 200 | 200 | 535 | 540 | 64 | 64 | 631 | 645 | 375 | 375 | 551 | 551 | 340 | 340 | 275 | 275 | 375 | 375 | 4100 | 4123 |
4 | 2013-14 | 525 | 525 | 100 | 100 | 50 | 43 | 200 | 200 | 400 | 400 | 60 | 67 | 425 | 425 | 350 | 350 | 415 | 415 | 300 | 300 | 200 | 200 | 375 | 375 | 3400 | 3400 |
5 | 2014-15 | 552 | 552 | 85 | 85 | 35 | 35 | 250 | 250 | 500 | 510 | 58 | 58 | 550 | 550 | 340 | 330 | 430 | 430 | 300 | 300 | 230 | 230 | 450 | 450 | 3780 | 3780 |
6 | 2015-16 | 575 | 575 | 50 | 50 | 19 | 19 | 300 | 300 | 560 | 560 | 175 | 175 | 569 | 581 | 275 | 275 | 575 | 575 | 250 | 250 | 250 | 250 | 400 | 411 | 3998 | 4021 |
7 | 2016-17 | 500 | 540 | 70 | 72 | 25 | 21 | 300 | 306 | 500 | 555 | 75 | 108 | 500 | 458 | 300 | 192 | 550 | 340 | 270 | 175 | 270 | 209 | 375 | 375 | 3735 | 3351 |
8 | 2017-18 | 275 | 303 | 40 | 42 | 16 | 16 | 120 | 120 | 200 | 209 | 51 | 65 | 200 | 239 | 150 | 110 | 250 | 215 | 100 | 103 | 125 | 97 | 200 | 226 | 1727 | 1745 |
Total | 15132 | 18571 | 4966 | 5409 | 3162 | 3522 | 5431 | 6579 | 9949 | 11675 | 1754 | 1895 | 11107 | 14233 | 8786 | 11547 | 9501 | 11075 | 9073 | 11179 | 7942 | 9705 | 7930 | 8963 | 98467 | 117704 | |
टीप- Total या ठिकाणी नमूद आकडे हे सन 1982-93 पासून शासनाकडील प्राप्त उदिदष्टापैकी गटवार उदिदष्ट वाटप आणि साध्याचे आहेत. |
सदर योजना राबवित असताना सन १९८२ ते ८३ ते सन 2017-18 अखेर देशात व राज्यात अनेक बक्षीस योजना राबविली जात असे व त्यात आपल्या जिल्हयास तसेच जिल्हा परिषदेस अनेक बक्षीसे मिळाली आहेत.
भुदरगड
आजारा